दुकान, ऑफिस एवं फैक्ट्री में व्यापार वृद्धि के लिए शिवलिंग पूजा का एक अचूक उपाय है।
उसके बाद शिवलिंग पर हल्दी और चंदन का तिलक लगाएं
अर्थात मिट्टी अथवा पत्थर के शिवलिंग के पुजन करके करोड़ों गुणाअधिक फल स्वर्ण निर्मित शिवलिंग के पुजन से मिलता है स्वर्ण से करोंड़ो गुना अधिक फल मणि और मणि से करोड़ो गुणा अधिक फल बाल लिंग नर्मदेश्वर के पूजन से प्राप्त होता है तथा नर्मदेश्वर बाललिंग से भी करोड़ो गुणा अधिक फल पारद शिवलिंग के पूजन या दर्शन से ही प्राप्त हो जाता है।
पारद शिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है।
इससे शिवलिंग की पूजा का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ जाता है. याद रहे कि अगर घर में शिवलिंग है, तो उसे पूजें जरूर, शोपीस बनाकर न रखें. इसे शिवलिंग का अपमान माना जाता है. ऐसे करने से घर पर कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं.
आइये जानते हैं पारद शिवलिंग के बारे में। पारद शिवलिंग क्या है?
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अर्थ~ पारद का अर्पण, पूजन, चिंतन, धारण और सेवन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
मन में क्रोध और लोभ जैसे विचार होंगे तो अशांति मिलेगी, सुख-शांति के लिए मन पवित्र होना चाहिए
क्या इन शिवलिंगों को खरीदते समय किसी विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए?
आपको बता click here दें कि सनातन परंपरा में भगवान शिव की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इसी के साथ सोमवार के दिन भगवान शिव की साधना के लिए समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक भगवान शिव की पूजा करता है उस पर भगवान की विशेष कृपा उस पर बनती है। इसके अलावा सभी शिवलिंग की पूजा में पारद शिवलिंग की पूजा करना बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।
- शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक करने से पाप क्षय होते हैं।
ग्रंथों में बताया गया है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु होती है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई पुराणों में मिलता है।
आध्यात्मिक विकास: स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से आध्यात्मिक ज्ञान और विकास को बढ़ावा मिलता है।